Heart attack symptoms: ये हैं हार्ट अटैक के सबसे सामान्य लक्षण, ना करें नजरअंदाज

मौजूदा शहरी लाइफस्टाइल और खानपान की वजहों से भारत में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. इन्हीं में से एक जानलेवा बीमारी है! हार्ट अटैक. दरअसल, हार्ट अटैक आने का सबसे बड़ा कारण ह्रदय तक रक्त का प्रवाह कम होना है जिससे हृदय को ब्लड पंप करने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है.

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ऐसा तब होता है जब हृदय तक खून पहुंचने वाली धमनियों में या तो खून के थक्के जम जाते हैं या फैट/ वासा की वजह से धमिया ब्लॉक हो जाती हैं.

ऐसा होने पर सीने में तेज़ दर्द होता है और हार्ट अटैक यानि दिल धड़कना बंद कर देता है. ऐसा नहीं है की हमारा शरीर हमें इसके बारे में सचेत नहीं करता. आज हम आपको कुछ ऐसे सामान्य से लक्षण बताने जा रहे हैं जिन्हें जान कर आप समय रहते अपना बचाव कर सकते हैं और हार्ट अटैक से बच सकते हैं:-

1. ज्यादा पसीना आना: आमतौर पर गर्मियों में अधिक पसीना आना सामान्य बात है लेकिन अगर आपको बेवजह ही पसीना आने लगे तो आप सचेत हो जाएं. कई बार सीने में दर्द के साथ पसीना आना या मांसपेशियों में अकड़न महसूस होना भी हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं.

2. दवाइयों का ओवरडोज़: डॉक्टर्स के अनुसार एक कारण यह भी है कि लोग वृद्धावस्था में जरुरत से ज्यादा दवाइयों का इस्तेमाल करने लगें हैं जिससे शरीर पर बेहद नकारात्मक असर पड़ने लगा है.

3. मोटापा: हार्ट अटैक आने का सबसे बड़ा कारण मोटापा पाया गया है. शरीर में वसा अधिक होने पर खून का प्रवाह बाधित होने लगता है और दिल तक खून नही पहुंच पाता. खून का प्रवाह बाधित होने पर मांसपेशिओं में अकड़न होने लगती है और सीने में तेज़ दर्द होने लगता है.

4 : नशीले प्रदार्थ का सेवन: गैरकानूनी ड्रग्स लेने से भी इसका सीधा असर व्यक्ति की दृदय गति पर पड़ता है. रोग विशेषषज्ञों के अनुसार कोकीन जैसे मादक प्रदार्थ भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है.

5: प्रदूषण: प्रदूषित हवा भी हार्ट अटैक का मुख्य कारण है. वायु प्रदूषण में कई ऐसी जहरीली हवाएं व माइक्रो पार्टिकल्स/कण होते हैं जो व्यक्ति के फेफड़ों में जम जाते हैं. इससे साँस लेने में तकलीफ होने लगती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.

हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या करें:-

व्यायाम: रोजाना व्यायाम करने से शरीर स्वस्थ रहता है और फैट जमा नहीं होता.
व्यायाम करने से आपका दिल भी स्वस्थ बना रहता है. सुबह या शाम को रोज़ाना योगा या वॉक करने से आपको काफी लाभ होगा.फइबर युक्त भोजन: खाने में जितना हो सके फाइबर युक्त आहार लें. जैसे की हरी सब्जियां, दाल वह कच्ची सब्जियां. हरी सब्जियों में फाइबर काफी मात्रा में होता है इससे आपका पाचन अच्छा रहता है और फैट नहीं जमा होता.

हार्ट अटैक आने पर क्या करें:

सबसे पहले हो सके तो रोगी को जल्द से जल्द अस्पताल ले जाएं. रोगी के कपडे ढीले कर दें ताकि साँस लेने में कोई दिकत न हो. रोगी को सपाट जगह पर लेता दें और हाथ-पैर के तलवो को रगड़ें.

इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपाय भी कर सकते हैं, लेकिन सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही!

उपाय :- हार्ट अटैक आने की स्थिति में एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर एक ग्लास पानी में घोलकर मरीज को दे दीजिए. कुछ ही क्षणों में मरीज की हालत में सुधार आ जाएगा. इसका असर सिर्फ एक ही अवस्था में होता है जब मरीज़ होश में हो.

इस टेबलेट को हमेशा रखें अपने घर में!

डॉक्टर्स के अनुसार, हार्ट अटैक आने पर अपनी जीभ के नीचे aspirin tablet 300 mg या Clopidogrel 300 mg या फिर Atorvastatin 80 mg की टेबलेट लेकर आराम से दबाए रखें. अगर ऐसा लक्षण के 30 मिनट के भीतर किया जाए, तो मरीज़ की जान बच सकती है. एस्पिरिन खून के थक्के जमने से रोकता है जो धमनियों के ब्लॉकेज का कारण बन सकता है.
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