कॉन्टैक्ट लेंस लगाते समय भूलकर भी न करें ये गलती, वरना आँखें हो सकती हैं ख़राब!
हाल ही में, मशहूर टेलीविजन एक्ट्रेस जैस्मिन भसीन कॉर्निया डैमेज की शिकार हो गई हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, लम्बे समय तक कॉन्टैक्ट लेंस लगाए रखने के कारण उनकी आंखों में गंभीर इंफेक्शन हो गया है. जिसके कारण उन्हें अस्पताल जाना पड़ा. यह पहली बार नहीं जब किसी को इस तरह का गंभीर संक्रमण हुआ हो. इससे पहले अमेरिका में एक 21 वर्षीय लड़के को आंखों में लेंस लगाकर सोना भारी पड़ गया था. रातभर लेंस लगाकर सोने के बाद जब माइक सुबह उठा, तो उसकी एक आंख की रोशनी चली गई थी. डॉक्टर्स के मुताबिक, एक पैरासाइट ने माइक की आंख को खा लिया था, जिसकी वजह से उसकी आंख की रोशनी चली गई.
आज रोज़मर्रा की जिंदगी में हज़ारों लोग कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल कर रहें, जिससे उनकी आँखों में इंफेक्शन होने का खतरा काफी बढ़ गया है. ऐसे में डॉक्टर्स के मुताबिक, किसी भी व्यक्ति को कॉन्टैक्ट लेंस लगाने से पहले और लगाने के बाद कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए.
कॉन्टेक्ट लैंस लगाते समय क्या न करें
कॉन्टैक्ट लैंस को कवर से निकलते व वापस रखते समय अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना जरूरी है. यदि आप गंदे हाथों से लेंस छूते हैं तो इससे बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन हो सकता है.
एक्सपर्ट के मुताबिक, कॉन्टैक्ट लेंस और इसके कवर को हर हफ्ते सोल्यूशन से साफ जरूर करना चाहिए. ध्यान रहे की सोल्यूशन की बोतल को खोलने के बाद उसका इस्तेमाल भी एक महीने के अंदर कर लेना चाहिए, वर्ना उसका प्रभाव कम हो सकता है.
अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो भूलकर भी इसे पहनकर कभी न सोएं. ऐसा करने से आंखों में आक्सीजन की कमी हो सकती है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
कॉन्टैक्ट लेंस लगा कर आप स्वीमिंग न करें, ऐसे में पानी में मौजूद केमिकल आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं.
अगर आप बाइक या साइकिल चलाते हैं, तो सन ग्लासेस और हेलमट का इस्तेमाल जरूर करें, जिससे हवा में मौजूद धूल के कण आँखों में न घुस पाएं.
आंखों में संक्रमण होने पर क्या करना चाहिए
अगर कॉन्टैक्ट लेंस लगाने के बाद आपकी आंखों में जलन, चुभन या दर्द होने लगे तो समझ जाना चाहिए कि आपकी आँखों में इंफेक्शन हो गया है. इस स्थिति में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि अगर संक्रमण गंभीर हो गया तो इससे आंखों में अल्सर या घाव हो सकता है. इस संक्रमण को ठीक होने में समय लगता है और यह हमेशा के लिए निशान छोड़ सकता है. इस निशान के कारण कॉर्निया डैमेज हो सकती है और इस स्थिति में आंखों की रोशनी तक जा भी सकती है.